दोस्तों आजके इस पोस्ट मे हम Chahat Shayari in Hindi मे लेकर आये है। आपको यहाँ पर सबसे बढ़िया चाहत शायरी मिल जाएगी। आप यहाँ से अपने मन पसंद की चाहत शायरी को कॉपी कर सकते है।
हमें कब किसी से चाहत हो जाती है, कुछ पता नहीं चलता है। निगाहें मिलती है, और चाहत हो जाती है। हमें जब चाहत हो जाती है, तो दिल और दिमाग़ सिर्फ उसी को देखना चाहता है, उसे बात करने को मन करता है। चाहत एक ऐसी चीज है, जो हर किसी को हो जाती है।
चाहत शायरी आपकी चाहत को बया करती है। चाहत शायरी से आप अपने प्यार को बता सकते है, की आप उसे कितना चाहते है। चाहत शायरी की मदद से आप अपनी चाहत का अपने प्यार का इजहार कर सकते है। चाहत शायरी पढ़कर आपकी चाहत और भी ज़्यदा बढ़ जाएगी। आपको चाहत शायरी अच्छी लगे तो आप अपने सभी दोस्तों के साथ मे शेयर कर सकते है।
Contents
Chahat Shayari in Hindi
तेरी चाहतो पर मुझे ऐतबार है,
इसलिए मुझे तुमसे खुद से ज्यादा प्यार है।
कुछ तो है कहीं ये जो थोड़ा प्यार-सा है,
नशा है तेरा चाहत या इक ख़ुमार-सा है।
इस जिंदगी में इतनी सी खुवाईश है मेरी,
बस आखिरी साँस तक तुम्हारा साथ हो।
मैं कुछ लिखू और तेरा ज़िक्र न हो,
वो तो मेरी चाहत की तौहीन होगी।
अकेले वारिस हो तुम,
मेरी बेशुमार चाहतों
लम्हों की पंखुड़ियां बिखरने लगी है,
अब तेरी यादो की चाहत निखरने लगी है।
तुझे पाने की उम्मीद नहीं फिर भी इंतज़ार है,
चाहत अधूरी ही सही पर तेरे लिए बेशुमार है।
तुम्हे चाहने वाले तो बहुत मिलते रहेंगे,
लेकिन तू जिसे कभी भूल ना पाएं
वो चाहत यकीनन हमारी होगी।
चाहतों का सफर जब खत्म होता है,
हकीकत में जिंदगी तभी शुरू होती है।
मेरी चाहत देखनी है तो,
मेरे दिल पर अपना दिल रखकर देख,
तेरी धडकने न बढ़ जाये दिलबर,
तो मेरी महोब्बत ठुकरा देना।
चाहत शायरी हिंदी मे
इश्क़ का जहर भी पिया जाए और मौत भी ना आए,
ऐसी चाहत हो तो कोई इश्क़ कर लो हमसे।
सुनो तुम इतने भी अच्छे नही हो,
बस मेरे चाहत-ए-दिल ने सिर पर चढा रखा है।
कैसे छुपाऊँ तुम्हे अब में,
मेरी रूह में भी तुम ही बसी हो।
इंसान की चाहत कि उङने को पर मिले,
और परिंदे सोचते है कि रहने को घर मिले।
महफ़िल में गले मिल के वो धीरे से कह,
गए ये रस्म-ए-अंजुमन है चाहत का गुमाँ न कर।
हमारे बाद नहीं आएगा तुम्हें चाहत का,
ऐसा मज़ा तुम लोगों से कहते फ़िरोगे,
मुझे चाहो उस की तरह।
दर्द की चाहत किसे होती है मेरे यारो,
ये तो मोहब्बत के साथ मुफ़्त में मिलता है।
उनकी चाहत में हम कुछ यूँ बँधे है,
वो साथ भी नही और हम अकेले भी नही।
चाहत से फतेह कर लो नजरों से करम फरमाओ,
इश्क़ इबादत है मेरी हर दुआ में तुम नज़र आओ।
तेरी चाहत मेरे संग अगर पूरी नही,
तो मेरी चाहत भी तेरे बिना अधूरी नही।
रोमांटिक चाहत शायरी
मेरे दिल मे तेरी चाहत बस जाए बन के,
धड़कन पल भर ना भूल पाऊ ऐसी तड़प जगा दे।
वादे वफ़ा के और चाहत जिस्म की,
अगर ये मोहब्बत है तो फिर हवस किसे कहते है।
कोई शर्त नहीं है कोई शिकायत नहीं है तुमसे,
बस सीधी सी मुहब्बत है दीदार की चाहत है तुमसे।
तुम आके भी नही आते तो दिल बेचैन होता है,
हमारे दिल की धड़कन को बताओ कैसे समझाएँ।
मज़ा आ जाए गर हो जाए इतना अबकी.बारिश में,
हमारी चाहत के आँसू तुम्हारी छत पे जा बरसे।
इतनी चाहत के बाद भी तुझे एहसास ना हुआ,
जरा देख तो ले दिल की जगह पत्थर तो नहीं।
तेरी चाहत तो मुक़द्दर है मिले न मिले,
राहत ज़रूर मिल जाती है तुझे अपना सोच कर।
तेरे ख़त की इबारत की मैं स्याही बन गया,
होता तो चाहत की डगर का मैं भी राही बन गया होता।
तुम्हारी चाहत को में इनकार नही कर सकता हद है,
जो प्यार की उसे कभी पार नही कर सकता।
ना जाने क्यों तुझे देखने के बाद भी,
तुझे ही देखने की चाहत रहती है।
चाहत शायरी दो लाइन
इश्क़ में तेरे, मेरा यू वजूद मिट रहा है,
अब न कहना ये मुझे तेरे जिस्म की चाहत है।
इस महफिल में किसी को महसूस मत होने देना,
कि तुम्हारी चाहत से मेरी साँसे चलती है।
तुमसे इश्क की चाहत में सब कुछ सहे जा रहे है,
मोहब्बत के अल्फ़ाज समंदर में बहे जा रहे है।
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की
इन्तहा तो हम तुमसे नही तुम हमसे मोहब्बत करते।
तेरी चाहत में हम रुस्वा सर-ए-बाजार हो गए,
हमने ही दिल खोया हम ही गुनहगार हो गए।
ढूढने चला था एक शख्स की चाहत
खुद को भी खो दिया उसकी मोहब्बत मे।
तेरे आने की आहट को मेरा दिल जान लेता है,
बड़ी शिद्दत की चाहत है तुम्हें ये कैसे समझाएँ।
मेरी भी एक चाहत थी मरते दम तक तेरे साथ चलने की,
वरना मोहब्बत तो किसी-से भी हो सकती है।
इंसान की चाहत है, उसे उड़ने के लिए पर मिले,
और परिंदे सोचते है उन्हें रहने के लिए घर मिले।
इतना भी ना चाहो किसी को वो चला जाए,
और ज़िन्दगी बेरंग और गुमनाम हो जाए।
चाहत शायरी हिंदी फोटो
एक आरजू है मेरी आओ ख़्वाब में एक बार दुआ है,
उस रात कभी सुबह ना हो।
जनाब ये इश्क मेरा उसे रास ना हुआ,
उड़ाया था मजाक जिसने मेरा,
उसे ही मेरी चाहत का एहसास ना हुआ।
मेरी चाहत का एहसास भी ना होगा उसे,
उसकी हर अदा पसन्द आई बेवफाई के सिवा।
रिहा कर ख़ूबसूरत दिखने की चाहत से,
मुझे ऐ आईने तू मेरी सादगी को ज़मानत दे दे।
प्यार है मुझसे तो सारी खुशियाँ समेट लो मेरी,
गमों का क्या है ये चाहत से खुशियों में बदल जायेंगे।
नुमाइश करने से चाहत बड़ नहीं जाती,
मोहब्बत वो भी करते हैं जो इजहार नही करते।
मेरा वजूद मिट रहा है इश्क़ में तेरे,
अब यह ना कहना की जिस्म की चाहत है मुझे।
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की इन्तहा तो,
हम तुमसे नही तुम हमसे मोहब्बत करते।
ये जमाना बदल गया, यहाँ रहने वाले लोग बदल गए,
जो बदला नही वो है मेरी चाहत तुम्हारे लिए।
चाहत का सिलसिला तो दोनों तरफ से था,
लेकिन वो मेरी जान चाहती थी, और में उससे जान से ज्यादा।
बेपनाह चाहत शायरी 2 Line
हमें तुमसे मोहब्बत है तुम्हें ये कैसे समझाएँ,
तड़प अपनी जुदाई की तुम्हें हम कैसे समझाएँ।
तेरे ख़त की इबारत की मैं स्याही बन गया होता,
तो चाहत की डगर का मैं भी राही बन गया होता।
ज़रा पाने की चाहत में बहुत कुछ छूट जाता है,
नदी का साथ देता हूँ समंदर रूठ जाता है।
जरूरी नही तुम मेरा हर कहना मानो,
दहलीज पर रख दी चाहत अब आगे तुम जानो।
चाहता तो हूँ कि अब चूम लूँ तुम्हारे इन गालों को मैं,
पर अपने ही लबों से ख़ुद जल भी तो मैं ही जाता हूँ।
दर्द की चाहत किसे होती है मेरे यारो,
ये तो मोहब्बत के साथ मुफ़्त में मिलता है।
चाहत वो नहीं जो जान देती है,
चाहत वो नहीं जो मुस्कान देती है,
ऐ दोस्त चाहत तो वो है जो पानी में,
गिरा आंसू पहचान लेती हैं।
उड़ गए सारे परिंदे मौसमों की चाह में,
इंतिज़ार उन का मगर बूढे शजर करते रहे।
मिलने की चाहत भी थी ज़माने का डर भी था,
शिकायत दुनिया से थी साथ में तुझे खोने का डर भी था।
वो शमा की महफ़िल ही क्या जिसमे दिल खाक ना हो,
मज़ा तो तब है चाहत का जब दिल तो जले पर राख ना हो।