दोस्तों आपको ईस पोस्ट में Dhoka Shayari in Hindi में मिल जाएगी। धोखा शायरी न केवल दिल के दर्द को व्यक्त करती है, बल्कि एक ऐसा सहारा बन जाती है। जिससे इंसान खुद को अकेला महसूस नहीं करता। यह शायरी उन जख्मों को बयां करती है, जिन्हें समय भी नहीं भर पाता। धोखे की शायरी में दर्द, नफरत, सवाल और एक खोई हुई उम्मीद की झलक होती है। जहाँ इंसान ने विश्वास किया, लेकिन बदले में मिला सिर्फ धोखा मिला हो। जब दिल टूटकर बिखर जाता है, तब “धोखा शायरी” दिल की गहराई को छूती है और भावनाओं को जुबान देती है।
आजकल सोशल मीडिया पर भी धोखा शायरी का चलन बहुत है। युवा पीढ़ी इन शायरियों को अपने स्टेटस, कैप्शन और रील्स में शामिल करती है। ताकि वे अपने टूटे हुए जज़्बातों को दूसरों तक पहुँचा सकें। यह शायरी सिर्फ दिल के टूटने की नहीं, बल्कि आत्मा के दर्द की भी कहानी कहती है। इसमें कभी नाराजगी होती है, कभी तंज, और कभी सिर्फ एक खामोशी जो सब कुछ कह जाती है।
Contents
Dhoka Shayari in Hindi
सच्चे थे हम तभी तो धोखा खा गए,
झूठे होते तो तुझसे भी खेल जाते।
दिल तोड़ने वाले को सुकून मिल गया होगा,
पर हमें ताउम्र की तड़प दे गया।
दुनिया भूलाई थी मैंने तुम्हारी चाहत में,
धोखा देकर चले गए इस हालत में।
धोखा देने वाले तू एक दिन पछताएगा,
जब तुझे भी कोई इसी तरह से रुलायेगा।
तूने जो दिया है वो धोखा नहीं,
सजा है प्यार करने की।
जिन पर सबसे ज्यादा भरोसा किया,
वही सबसे बड़ा धोखा दे गए।
किसी अपने ने ही दिया इतना गहरा घाव,
गैर तो बस तमाशा देखते रह गए।
खामोशियों ने बताया कि,
अब तेरा कोई वास्ता नहीं मुझसे।
नफरत की दुनिया में कौन किसका होता है,
धोखा वही देता है जिस पर भरोसा होता है।
इस मतलबी दुनिया में इश्क सिर्फ दिखावा है,
तुझे भी धोखा मिलेगा यह मेरा दावा है।
विश्वास पर धोखा शायरी
दिल हमारा जलकर धुआं धुआं हो गया,
जिसे दिल में बैठाया था वही बेवफा निकला।
कोई किसी को धोखा नहीं देता,
लोग बस अपने मतलब के लिए बदल जाते हैं।
मुझ पर हक तुमने उस दिन खो दिया था,
जिस दिन तुमने मुझे धोखा दिया था।
दिलों मे मतलब और जुबान से प्यार करते है,
बहुत से लोग दुनिया मे यही कारोबार करते है।
तेरे हर झूठ पे यकीन था मुझे,
तूने तो बाद मे पहले मैंने ही खुद को धोखा दिया।
अब तुझसे कोई शिकायत नहीं,
तू अपनी फितरत के अनुसार ही निकला।
रिश्ता वही अच्छा है जिसमें सच्चाई हो,
वरना धोखा तो हर मोड़ पर है।
रिश्तों पर रुपयों की किश्ते जोड़ देते है,
खाली हो जेब तो अपने हर रिश्तें तोड़ देते है।
धोखा खाकर भी हम मुस्कुरा रहे हैं,
तुमसे मोहब्बत थी, इसलिए निभा रहे हैं।
ख़ामोशी बेवजह नहीं होती,
कुछ दर्द आवाज़ छीन लिया करते है।
धोखा शायरी दो लाइन
यकीन था कि तुम धोखा दोगे मुझे
खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे।
वफादार आज वो ही मिलेगा,
जिसे धोखा देने का मौका ना मिला हो।
अब न कोई उम्मीद है न किसीसे शिकवा है,
जब अपने लोगों को भी मतलबी बनते देखा है।
जिन पर आप आँखें बंद कर के भरोसा करें,
अक्सर वही आपकी आँखें खोल देते हैं।
तेरा छोड़ जाना इतना नहीं दुखा,
जितना तेरे झूठों ने रुलाया।
तुमने हमें धोखा दिया मगर तुम्हें प्यार मिले,
हमसे भी ज्यादा दीवाना तुम्हें कोई यार मिले।
ना जाने क्यों लोग दिल लगाते हैं,
जब तोड़ना ही होता है।
धोखेबाजों का चेहरा बड़ा मासूम होता है,
बच के रहना मेरे दोस्तों।
जिसे हमने अपना समझा उसने ही धोखा दिया,
जिस पर किया भरोसा उसने ही दिल तोड़ दिया।
धोखा खाकर हम पर हंसा है यह जमाना,
शीशा जैसे टूटा है वैसे टूटा है दिल हमारा।
Matlabi Rishte Dhoka Shayari
मेरे साथ धोखा तो उन लोगों ने किया,
जिन्होंने अपना होने का दावा सबसे ज्यादा किया।
कहीं धोके में आँखें हैं तो,
कहीं आँखों में धोका है।
वो खुदा भी रो पड़ा हमें देखकर इतने शौक से,
अपनी ख्वाहिशों को आग लगाई है हमने।
मैं तेरा कोई नहीं मगर इतना तो बता,
जिक्र से मेरे तेरे दिल में आता क्या है।
तुमसे मिली थी मोहब्बत की पहचान,
तुमसे ही दिया धोखे का निशान।
पहले इश्क, फिर धोखा, फिर बेवफाई,
बड़ी तरकीब से एक इश्क ने तबाह कर दिया।
बड़ी अजीब फितरत है अधूरे इश्क़ की,
किसी को तो धोखेबाज होना ही पड़ता है।
वो शख्स बड़ा मासूम था मोहब्बत से पहले,
पता नहीं क्यों दिल में बसते ही धोकेबाज़ हो गया।
हर किसी पर भरोसा मत किया कर,
यहाँ लोग यादें नहीं धोखे दे जाते हैं।
तेरी बेवफाई का किस्सा अब भी ताज़ा है,
दिल का जख्म आज भी गहरा है।
Dhoka Shayari On Life
एक आईना ही है जिसने आज तक,
किसी इंसान को धोखा नहीं दिया।
वो मासूम चेहरा मेरे ज़हन से निकलता ही नहीं,
दिल को कैसे समझाऊं कि धोकेबाज़ था वो।
दर्द लेकर भी उफ़ ना करना दस्तूर है,
चल ऐ इश्क़ तेरी ये शर्त भी मंजूर है।
भरोसा जितना कीमती होता है,
धोखा उतना ही महंगा हो जाता है।
बेवफाई को तूने मोहब्बत का नाम दे दिया,
और हम खामोशी को इबादत समझ बैठे।
कमबख्त दिल को अगर इश्क में लगाओगे,
लिख के ले लो धोखा जरूर पाओगे।
इश्क की चोट भी रह-रहकर सजा देती है,
हम बेवफा नहीं फिर भी हमें बेवफा वो कहती है।
जिससे सबसे ज़्यादा मोहब्बत की,
उसी ने हमें सबसे बड़ा धोखा दिया।
सिर्फ धोखा ही दे सके वो
आखिर उनकी औकात इतनी ही थी।
जिन जख्मो से खून नहीं निकलता,
समझ लेना वो जख्म अपनों ने दिए है।
अपने से धोखा शायरी
प्यार निभाने के लिए मैं हमेशा झुकता रहा,
और तुम इसे मेरी औकात समझ बैठे।
ना रात कटती है और ना जिंदगी,
एक शख्स मेरे वक़्त को धीमा कर गया।
जितना यार के करम पर भरोसा हुआ मुझे,
उतना मेरे यार ने धोखा दिया मुझे।
भरोसा करते वक्त हमेशा ध्यान रखें,
फिटकरी और मिश्री में फर्क होता है।
कितना मुश्किल है अब इस दिल को समझाना,
उसके लिए छोटी बात है धोखा देकर चले जाना।
अब भी बाकी है तेरे दिल में थोड़ा सा ख़लूस,
इससे पहले भी हमें यही धोखा हुआ।
धोके की सब राहें किताबों में लिख दी हैं,
प्यार की कहानियों में कोई और हकीकत होती है।
अब टूट गया दिल तो बवाल क्या करें,
खुद ही किया था प्यार अब सवाल क्या करें।
ताज्जुब है कि इश्क़ और आशिकी से,
अभी कुछ लोग धोखा खा रहे हैं।
मोहब्बत कर के देखी है, मोहब्बत साफ धोखा है,
ये सब कहने की बातें हैं, कौन किसी का होता है।
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